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Old Pension Scheme 2022
अगर आप भी एक सरकारी कर्मचारी हैं तो आपके लिए बहुत ही बड़ी खुशखबरी निकल कर आ रही है। लोकसभा चुनाव को देखते हुए कई राज्यों में पुरानी पेंशन (Old Pension Scheme 2022) की मांग को लेकर केंद्र सरकार देश भर में पुरानी पेंशन को फिर से चालू करने जा रहे हैं। पुरानी पेंशन को लेकर कई बार कैबिनेट में मीटिंग भी हुई है।
लेकिन अब तक कोई फैसला इसको लेकर नहीं निकल पाया है। हालांकि कई राज्यों में राज्य सरकार ने अपनी ओर से राज्य में पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme 2022) को लागू कर दिया है। जिसको लेकर देशभर के विभिन्न राज्यों में अब पुरानी पेंशन को लेकर मांग तेजी हो गई है। आइए जानते हैं पूरी खबर क्या है? जानने के लिए पोस्ट को पढ़ते रहें।
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Old Pension Scheme 2022
आज तक के अनुसार एग्जिट पोल के नतीजे बताते हैं कि हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर से अपना ट्रेंड कायम रखा है और 5 साल बाद बीजेपी को सत्ता से बाहर करने की उम्मीद है लेकिन बीजेपी के इस संभावित हार से एक ही सबसे बड़ा मुद्दा है। और वह है पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme 2022) ,
इसके साथ ही सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाई गई अग्निवीर सेना स्कीम जोरदार मुद्दा बनी हुई है। यहां पर पेंशन धारी भी हैं। और सबसे बड़ा मुद्दा यही है। बता देगी पुरानी पेंशन धारी धरना पर बैठे हुए थे ओल्ड पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme 2022) पूरे चुनाव में मुद्दा बना रहा चुनाव से पहले कई राज्यों में प्रदर्शन भी हुए हैं कांग्रेस ने चुनाव में वादा किया कि अगर राज्य में उसकी सरकार आएगी तो पुरानी पेंशन स्कीम फिर से चालू हो जाएगी।
लोकसभा चुनाव से पहले हो सकता है विचार।
नए साल से पहले आई खबर के अनुसार आपको बता दें कि केंद्रीय कर्मचारियों ने राहत की सांस ली है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मोदी सरकार 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पुरानी पेंशन धारियों के लिए खुशखबरी ला सकती है। केंद्रीय कर्मचारियों के लंबे समय से चल रही मांग पर कानून मंत्रालय से मशविरा मांगा है कानून मंत्रालय से पूछा गया कि किस विभाग में पुरानी पेंशन योजना को लागू किया जाएगा। मंत्रालय की तरफ से इस पर कोई ठोस जवाब नहीं मिला।
भागवत कराड ने भी अपना रास्ता देखा
आपको बता दी कि संसद के पहले से बीते सत्र में वित्त राज्य मंत्री के द्वारा भागवत करवाने पुरानी पेंशन की बहाली पर अपना रुख साफ कर दिया है था। भागवत कराड ने कहा था की केंद्र सरकार की तरफ से अगर ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करने पर विचार नहीं किया गया है। वही आपको बता दें कि चुनाव में जिस तरह से विपक्ष की तरफ इस मुद्दे को भुनाया जा रहा है उसे लगता है कि आने वाले दिनों में इस पर कोई पॉजिटिव डिसीजन मिलने वाला है।
कानून मंत्रालय से राय मांगी गई
बता दें कि अंतरिक्ष विभाग के राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह और परमाणु ऊर्जा विभाग के मंत्री ने पिछले दिनों कहा था कि पुरानी पेंशन का मुद्दा भारत देश में बहुत ही बड़ा है। यह कई पिछले सालों से चलता आ रहा है। इस पर कानून मंत्रालय से भी राय मांगी गई थी लेकिन जवाब मिलने के बाद भी कोई फैसला नहीं हुआ। आपको बता दें कि पुरानी पेंशन अंतिम ड्राउन सैलरी के आधार पर बनती थी साथ ही इस में महंगाई भत्ता भी हमेशा बढ़कर मिलता था वह पीएस को जनवरी 2004 से इस पर निर्णायक खत्म करने के लिए कहा गया।
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नई पेंशन स्कीम योजना क्या है?
सबसे पहले आपको यहां पर जानना जरूरी है कि आखिर नई पेंशन योजना स्कीम क्या है? आपको बता दी कि कर्मचारी की बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ते का 10% हिस्सा काटा जाता है। एनपीए शेयर बाजार की चाल पर बेस्ट है और 60 वर्ष की उम्र के बाद पेंशन पाने के लिए एनपीएस फंड का 40% निवेश करना होता है। और आपको 60% पैसे में से पेंशन मिलती है
योजना में रिटायरमेंट के बाद कैंसर की गारंटी नहीं है आपको बता दें कि अटल बिहारी वाजपेई सरकार के कार्यकाल में पुरानी पेंशन योजना ऑफिस को खत्म कर दिया गया था। साउथ इन जनवरी 2004 से अंतरराष्ट्रीय पेंशन प्रणाली को भी लागू करने का निर्णय लिया गया था दरअसल एनपीएस आसन दाम पर आधारित पेंशन योजना है और इसमें महंगाई भत्ते का भी कोई प्रावधान नहीं होता है।
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